एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : उत्तराखंड के जोशीमठ शहर के लोग अपने घरों और सड़कों में दरारों का सामना कर रहा है, विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में मानवजनित दबाव को नियंत्रित करने में पहाड़ी शहर प्रशासन के खराब ट्रैक रिकॉर्ड की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनको दार्जिलिंग के लिए एक वेक-अप कॉल के रूप में काम करना चाहिए। दरारों के बाद जोशीमठ के उत्तराखंड शहर से सैकड़ों लोगों को निकाला गया है। विशेषज्ञों ने इस घटना के लिए एक फटे हुए जलभृत से पानी के निर्वहन को जिम्मेदार ठहराया है। पहाड़ी शहर के विशेषज्ञों ने बताया कि दार्जिलिंग भी ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रहा है।