स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आज देश 75वां भारतीय सेना दिवस मना रहा है। नई दिल्ली और सभी सेना मुख्यालयों में सैन्य परेड, सैन्य प्रदर्शियां और अन्य रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। देश की थल सेना की वीरता, शौर्य और कुर्बानियों को याद किया जा रहा है। जब देश अंग्रेजों के अधीन था, तभी भारतीय सेना का गठन हो गया था। उस समय सेना के वरिष्ठ अधिकारी ब्रिटिश हुआ करते थे। 1947 में देश की आजादी के बाद भी सेना के अध्यक्ष ब्रिटिश मूल के ही थे। हालांकि 1949 में आखिरी ब्रिटिश कमांडर इन चीफ जनरल फ्रांसिस बुचर के जाने के बाद उनकी जगह एक भारतीय ने ली। लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा आजाद भारत के पहले भारतीय सैन्य अधिकारी बने। देश के लिए यह मौका खास था और के एम करियप्पा भी।
सवाल ये है कि 15 जनवरी को ही भारतीय सेना दिवस क्यों मनाते हैं। जवाब है कि देश के पहले भारतीय सेना प्रमुख फील्ड मार्शल केएम करियप्पा 15 जनवरी को ही इस पद पर आसीन हुए थे। यह दिन इतिहास में काफी महत्वपूर्ण रहा कि देश की सेना का नेतृत्व एक भारतीय के हाथों में पहुंचा।