स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: नेताजी हमारी भावनाओं में समाए हुए हैं, जिन्हें अपने देशवासियों से भरपूर सम्मान और प्यार मिला। लेकिन गांधी, और नेहरू और कांग्रेस के अन्य नरमपंथियों जैसे तथाकथित नकली राष्ट्रवादियों से नफरत और साजिश मिला। स्वतंत्रता आंदोलन में सुभाष चंद्र बोस का योगदान इतना ऊंचा था कि नेहरू और गांधी जैसे नरमपंथी इससे डरते थे। भारतीय राजनीति में सत्ता खोने का डर था। यह आश्चर्य की बात थी कि नेताजी के मन में उनके प्रति कोई दुर्भावना या तिरस्कार नहीं था।