स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: वात का अर्थ होता है वायु। यही कारण है कि वात रोग में उन सभी समस्याओं को शामिल किया जाता है, जिनका संबंध कहीं न कहीं शरीर में वायु प्रवाह से जुड़ा हुआ है। आयुर्वेद के अनुसार वात का काम श्वसन प्रक्रिया, दिल की धड़कन, मांसपेशियों की सक्रियता और टिशू की कार्यशैली के साथ-साथ साइटोप्लाज्म और कोशिका झिल्ली के कार्य को संतुलित करने और स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करना है। इस कारण शरीर में वात यानी वायु का संतुलन ऊर्जा और शारीरिक सक्रियता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।