स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : बिछिया को सोलह श्रृंगार में सबसे मुख्य माना जाता है और विवाह का प्रतीक भी माना जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, बिछिया पहनना क्यों महत्वपूर्ण होता है। इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण शामिल है। पौराणिक कथा के अनुसार, रामायण में रावण ने जब मां सीता का अपहरण किया था, तब उन्होंने पैर की अंगुली से अंगुठी को नीचे गिराया था, ताकि भगवान राम उन्हें खोज सकें। आमतौर पर बिछिया केवल चांदी की होती है, जो सुहागिन स्त्रियों के सुहाग की निशानी मानी जाती है।
अकसर आपने देखा होगा, कि बिछियां हमेशा चांदी के ही पहनें जाते हैं, क्योंकि इससे स्त्री का मन शांत रहता है और वह हमेशा एनर्जेटिक रहती हैं।
बिछिया पहनने से बल्ड का सर्कुलेशन ठीक रहता है।
बिछिया पहनने से महिलाओं को किसी काम में आलस नहीं आता है।