स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: वैदिक ज्योतिष में सूर्य को आत्मा कारक ग्रह कहा गया है। सूर्य देव हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं और उनका राशि परिवर्तन 12 राशियों को प्रभावित करता है। सूर्य देव 13 फरवरी को मकर राशि से निकल कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे जहां शनि की उनसे युति होगी। शनि की मूल त्रिकोण राशि में सूर्य का गोचर 3 राशियों को थोड़ा कष्ट दे सकता है। आइए जानते हैं उन राशियों के बारे में कि वो राशियां कौन सी हैं।
कर्क राशि- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी होते हैं। सूर्य का गोचर अब इस राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव से होगा। इस भाव से आकस्मिक घटनाओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके दूसरे भाव पर होगी। इस समय आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा।
सिंह राशि- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य लग्न के स्वामी होते हैं। सूर्य का गोचर इस राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव से होगा। इस भाव से जातक के वैवाहिक जीवन का ज्ञान किया जाता है। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके लग्न पर होगी। सूर्य का यह गोचर आपके दांपत्य जीवन में कुछ तनाव बढ़ा सकता है। नौकरी कर रहे जातकों को इस समय पदोन्नति के लिए थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है।
मीन राशि- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे भाव के स्वामी होते हैं। सूर्य का गोचर इस राशि के जातकों के लिए बारहवें भाव से होगा। इस भाव से विदेश यात्रा और जातक के व्यय का विचार किया जाता है। इस समय आपको अपने खर्चो पर नियंत्रण करना होगा वरना आपको आर्थिक दिक्क्त का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा और अपने विरोधियों से भी बचकर रहना होगा।