खुफिया एजेंसियां ​​भारतीय पहचान दस्तावेजों को प्राप्त करने वाले अवैध अप्रवासियों का दावा करती हैं लेकिन कैसे?

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खुफिया एजेंसियां ​​भारतीय पहचान दस्तावेजों को प्राप्त करने वाले अवैध अप्रवासियों का दावा करती हैं लेकिन कैसे?

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: क्या अवैध अप्रवासी झरझरा भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर रहे हैं और पासपोर्ट और आधार कार्ड प्राप्त करके भारत में अपने प्रवास को वैध बना रहे हैं? खुफिया एजेंसियों ने दावा किया कि उन्होंने फर्जी पहचान में वैध भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड रखने वाले कई अवैध अप्रवासियों को पकड़ा है। एएनएम न्यूज ने कोलकाता के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में जांच की और बताया गया कि दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी किए जाते हैं। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस का यह कर्तव्य है कि वह व्यक्तियों की साख को सत्यापित करे। लेकिन पासपोर्ट आमतौर पर पुलिस सत्यापन रिपोर्ट से काफी पहले जारी किए जाते हैं। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि पासपोर्ट ``पहला पहचान दस्तावेज नहीं है।'' `यह आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या मतदाता पहचान पत्र के बाद जारी किया जाता है।' पहचान पत्र मिलियन डॉलर का सवाल है। सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों में रहने वाले स्थानीय लोगों ने हालांकि एएनएम न्यूज को बताया कि पिछले कुछ वर्षों में कथित तौर पर "क्षेत्रों की जनसांख्यिकी को बदलने" में एक बड़ी बाढ़ आई है।