एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : इंडियन सेक्युलर फ्रंट के नेता और भांगड़ विधायक नौशाद सिद्दीकी को आखिरकार शनिवार सुबह रिहा कर दिया गया। टीएमसी द्वारा भांगर में आईएसएफ समर्थकों और कार्यकर्ताओं पर हमले के खिलाफ 21 जनवरी को कोलकाता में एक विरोध रैली के दौरान पुलिस ने सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया था और उसी दिन से वह पिछले 42 दिनों से जेल में बंद थे। सूत्रों के मुताबिक आरोप लगाया गया था कि आईएसएफ नेता और उनके समर्थकों ने कोलकाता के धर्मतल्ला इलाके में विरोध रैली के दौरान पुलिस कर्मियों पर हमला किया था। प्रेसीडेंसी सुधार गृह से बाहर आने के बाद एएनआई से बात करते हुए सिद्दीकी ने बताया कि, "यह आम लोगों की जीत है। अगर उन्हें लगता है कि 41 दिनों के लिए जेल भेजे जाने के बाद मैं डर जाऊंगा, तो वे गलत हैं। मैं अभी भी मुद्दे के लिए खड़ा हूं और मुद्दों के बारे में बोलूंगा। सरकार की कार्यप्रणाली, वे जो घोटाले और गलती कर रहे हैं, हम उसे इंगित करेंगे। इन 41 दिनों में मैंने काफी अनुभव हासिल किया है। मैं इन्हीं अनुभवों के साथ आगे बढ़ूंगा।" सिद्दीकी को रिहा किए जाने की खबर मिलने के बाद आईएसएफ समर्थक दमदम में प्रेसीडेंसी सुधार गृह में फूल और माला लेकर जमा हो गए।