प्यार वाकई में अँधा होता है?

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प्यार वाकई में अँधा होता है?

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: सुप्रीम कोर्ट के आदेश बाद भी भारत में समलैंगिक विवाह को समाजिक मान्यता नहीं मिल पाई है। इसके बाद भी समलैंगिक विवाह के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला झांसी का है। यहां इंटर में पढ़ने वालीं 2 छात्राओं के बीच मुलाकात पहले तो प्यार में बदली और फिर परवान चढ़े प्यार में कुछ ऐसा हुआ कि मामला पुलिस स्टेशन पहुंच गया।

मामला जिले के मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र का है। यहां एक इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली दो सहेलियों को आपस में प्रेम हो गया। पिछले तीन साल से दोनों सहेलियां साथ में रहती थीं। जहां भी जातीं, एक साथ जाती थीं। एक प्लेट में खाना खाती थीं, एक गिलास में पानी पीती थीं। शक होने पर परिवार के लोगों ने उनके मिलने पर पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद दोनों ही परिजनों को झांसा देकर 26 फरवरी को घर से भाग निकलीं। दोनों जिंदगी भर साथ रहने की बात कह रही हैं। छात्राओं के इस प्यार को पहले तो परिवार वाले अच्छी दोस्ती समझते थे, लेकिन परवान चढ़ते प्यार में दोनों ही जैसे असमान्य सी हरकत करने लगी तो परिवार के लोगों ने दोनों पर नजर रखना शुरू कर दिया। वहीं जब परिवार को छात्राओं के प्यार की हकीकत पता चली परिवार के लोगों ने एक दूसरे की मुलाकात पर पहरा लगा दिया।

घर से भागीं छात्राएं...
बस फिर क्या था एक दूसरे संग जीने मरने की कसमें खा चुकी छात्राओं ने परिजनों की सख्ती देखते हुए अपनी हाथ की नसें काट ली। इसके बाद परिजनों में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद परिजनों ने छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया। किसी तरह दोनों की जान बचाई जा सकी। जिसके बाद 26 फरवरी को दोनों छात्राएं परिजनों से परेशान होकर घर से भाग निकलीं। दोनों छात्राएं भागकर मध्यप्रदेश के हरपालपुर जिले में जाकर किराए के मकान में रहने लगीं। मकान का किराया देने के लिए एक छात्रा ने सोने की चेन तक बेच दी।

उधर, छात्राओं की कोई खोज खबर न मिलने पर परिजनों ने मऊरानीपुर कोतवाली पहुंचे और पुलिस से छात्राओं की बरामदगी की गुहार लगाई। पुलिस की तलाश में मध्यप्रदेश के हरपालपुर जिले दोनों छात्राएं किराए के कमरे में रहती ही मिलीं। पुलिस दोनों छात्राओं को मध्यप्रदेश से वापस झांसी ले आई। जब पुलिस ने समझाने की कोशिश की और यह कहा कि छात्राएं अपने अपने घर वापस अपने परिवार वालों साथ चले जाए तो दोनों छात्राओं ने पुलिस कस्टडी में रहना पसंद किया लेकिन अपने घर जाने से साफ इंकार कर दिया।