मिट जाएंगे सारे वैवाहिक कष्ट, नवरात्री में करे यह उपाए
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: नवरात्र के पहले दिन देवी मां के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाती है। बताया जाता है कि ऐसी मान्यता है कि देवी के इस रूप ने ही शिव की कठोर तपस्या की थी। मान्यता है कि इनके दर्शन मात्र से सभी वैवाहिक कष्ट मिट जाते हैं। माँ की महिमा का पुराणों में वर्णन मिलता है कि राजा दक्ष ने एक बार अपने यहां यज्ञ किया और सारे देवी देवताओं को बुलाया, मगर श्रृष्टि के पालन हार भोले शंकर को नहीं बुलाया। इससे माँ नाराज हुई और उसी अग्नि कुण्ड में अपने को भस्म कर दिया। फिर यही देवी सैल राज के यहा जन्म लेती है। शैलपुत्री के रूप में और भोले भंडारी तदैव प्रसन्न करती है। वाराणसी में माँ का अति प्राचीन मंदिर है। जहां नवरात्र के पहले दिन हजारों श्रद्धालुओ की भारी भीड़ उमड़ी। माँ को नारियल और गुड़हल का फूल काफी पसंद है। शारदीय नवरात्र पर कलश स्थापना के साथ ही माँ दुर्गा की पूजा शुरू की जाती है।