स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: जुआ पर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस की दबिश के बाद पुलिस के आंख में धूल झोंकने के लिए जुआरी सुरक्षित अड्डा तलाशने में जुटे है। जुआरियों ने तो इस बार शहर के एक नामी गिरामी होटल को ही जुवे का अड्डा बना लिया। वही आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस ने भी यह साबित कर दिया कि कानून के हाथ लंबे होते हैं।आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस ने आसनसोल के 4 स्टार होटल "द ग्रैंड" होटल में छापामारी कर 18 जुआरियों को 1 लाख 5 हजार रुपये नकद के साथ रंगे हाँथो पकड़ कर, बड़े पैमाने पर जुआ अड्डा संचालन का खुलासा किया।
सूत्रों की माने तो पुलिस के गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी करने के बाद हड़कंप मच गया है। वहीं होटल मालिक एवं अन्य पक्ष मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। पुलिस मामले की जांच कर रही है आखिर इतने बड़े पैमाने पर जुआ अड्डा का संचालन कौन करा रहा था। आरोपियों में आसनसोल रेलपार के अलावा गिरीडीह, जामताड़, धनबाद के भी आरोपी शामिल हैं। सूत्रों की माने तो गिरफ्तार लोगों में अधिकांश लोग अपने-अपने क्षेत्र में जुए अड्डे का संचालन करते हैं। सूत्रों का कहना है कि विनोद यादव पहले लच्छीपुर लाल बत्ती क्षेत्र में जुआ अड्डा का संचालन करते था लेकिन वहां पुलिस के सख्ती के कारण अवैध धंधे पूरी तरह से बंद हो गए हैं, इसके बाद ये एलजी अस्पताल के आसपास के जुआ अड्डे का संचालन कर रहे थे। यह लोग पूरी सुरक्षा के लिए हाई-फाई जगह ग्रैंड होटल के रूप में चुना लेकिन यहां ये लोग पुलिस के गिरफ्त में आ गए।
लोगो के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है की होटल में केवल जुआरी जुआ अड्डा का कैसे संचालन कर सकते हैं। यदि इसमें होटल प्रबंधन का सहमति ना हो। फिलहाल पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है। वहीं ग्रैंड होटल मालिक अमरजीत सिंह ने कहा कि जो गेस्ट यहां रुकते हैं उनके बैग में क्या समान है यह कोई चेक नहीं करते क्योंकि यह उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। उन्होंने कहा कि चार लोगों ने ऊपर दो कमरा बुक किया था कुछ लोग उनसे मिलने के लिए आए। उन्हें हम कैसे रोक सकते हैं। यह होटल का नियम है कि गेस्ट के से मिलने वालों को नहीं रोका जा सकता। यह नियम सभी होटलों का है। हम लोग के साथ यह पहली बार हुआ है। अब हम भविष्य में देखेंगे कि इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जाए।