स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि वह बीते दिनों जब सफदरजंग अस्पताल में औचक निरीक्षण करने के लिए आम मरीज बनकर पहुंचे तो बेंच पर बैठने के दौरान एक गार्ड ने उन्हें डंडा मारा। यही नहीं, उस दौरान उन्हें अस्पताल में अव्यवस्था भी देखने को मिली। यह बात मांडविया ने गुरुवार को उसी अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी चार सुविधाएं शुरू करने के दौरान कार्यक्रम में मौजूद डाक्टरों से साझा की। उन्होंने व्यवस्था में सुधार कर इसे देश का माडल अस्पताल बनाने का निर्देश दिया। मांडविया ने सफदरजंग अस्पताल में नए आक्सीजन प्लांट, कोरोना के इलाज के लिए तैयार अस्थायी अस्पताल सहित चार सुविधाओं का शुभारंभ किया। इसके बाद डाक्टरों को संबोधित करते हुए उन्होंने यहां औचक निरीक्षण के समय की आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि वह एक आम मरीज की तरह बेंच पर बैठे तो गार्ड ने उन्हें डंडा मारा और कहा कि यहां नहीं बैठना।
पीएम ने पूछा-गार्ड को निलंबित कर दिया, मांडविया बोले-नहीं
मंत्री ने डाक्टरों से कहा कि उन्होंने इस औचक निरीक्षण का अनुभव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी साझा किया। पीएम को जब उन्होंने यह पूरी बात बताई तो उन्होंने पूछा कि क्या जिस गार्ड ने डंडा मारा, उसे उन्होंने निलंबित कर दिया? जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नहीं, क्योंकि वह व्यवस्था को बेहतर बनाना चाहते हैं। अस्पताल व डाक्टरों को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए मांडविया ने कोरोना के इलाज में डाक्टरों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और कहा कि सभी डाक्टरों को टीम वर्क के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अस्पताल अपनी छवि बदलने के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करेगा।