स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पश्चिम बंगाल भवानीपुर का उपचुनाव कई मायनों में अहम था। अप्रैल मई में हुए विधानसभा चुनाव में अपने पूर्व सहयोगी और बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी से नंद्रीग्राम सीट हारने के बाद ममता के लिए यह वजूद की लड़ाई थी। दूसरी तरफ यह चुनाव मुख्यमंत्री और बीजेपी के बीच एक तरह की प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई थी। ममता के लिए मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए यह चुनाव जीतना बहुत जरूरी था।