1990 के दशक की यादें ताजा कर दी कश्मीर घाटी में आतंकियों द्वारा अल्पसंख्यकों की हत्याएं

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Harmeet
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1990 के दशक की यादें ताजा कर दी कश्मीर घाटी में आतंकियों द्वारा अल्पसंख्यकों की हत्याएं

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: इस माह आतंकियों ने अलग अलग वारदातों में एक दवा कारोबारी, पांच प्रवासी श्रमिक और दो शिक्षकों समेत 11 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी है। अमेरिका निवासी कश्मीरी पंडितों ने एक बयान जारी कर बताया है कि दवा कारोबारी माखन लाल बिंदरू की हत्या ने 1990 के दशक की यादें फिर से ताजा कर दी। उस वक्त पांच लाख से ज्यादा कश्मीरियों को मजबूरी में घाटी छोड़ना पड़ा था। बिंदरू श्रीनगर की लोकप्रिय दवा दुकान के मालिक के साथ साथ एक प्रसिद्ध कश्मीरी पंडित भी थे। आतंकियों ने इस माह के आरंभ में उनकी हत्या कर दी।

सूत्रों के मुताबिक वॉशिंगटन डीसी क्षेत्र के कश्मीरी पंडिट एक्टिविस्ट डॉ. शकुन मलिक ने कहा है कि "पाकिस्तान स्थित आतंकियों द्वारा कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यकों की हत्याएं रोकने की जरूरत है। भारत सरकार को स्थानीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के कदम अवश्य उठाना चाहिए, जो कि भविष्य में भी टारगेट पर रह सकते हैं।"