टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: काफी समय से स्कूल बंद हैं। शरारती तत्व बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं।बुधवार को कुलडीहा आदिवासी अवैतनिक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक मध्याह्न भोजन की सामग्री देने पहुंचे तो देखा कि स्कुल का टिउबवेल गायब है। कई शौचालयों के दरवाजे टुटे हुए हैं और शराब की बोतलें और ग्लास इधर उधर पड़े हैं। कोरोना की स्थिति के कारण शिक्षण संस्थान लंबे समय से बंद हैं। स्कूल जंगल में तब्दील हो गए हैं। अभिभावकों ने यह भी शिकायत की कि स्कुल बंद होने का फायदा उठाकर बदमाश स्कूल परिसर के अंदर विभिन्न असामाजिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। आरोप है कि शाम से ही बाहरी बदमाश स्कूल परिसर में घुसकर स्कूल के अंदर तांडव करतें हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब वे विरोध करने गए तो उन्होंने उन्हें धमकी दी। स्कूल परिसर में कोई दीवार नहीं है, जिससे बदमाश आसानी से प्रवेश कर जातें हैं। शिक्षकों से लेकर अभिभावकों का भी कहना है कि सरकार इस स्कूल पर ज्यादा ध्यान नहीं देती है। इस आदिवासी स्कूल में सौ से अधिक छात्र हैं। वर्तमान में स्कूल का माहौल खराब हो गया है और स्कूल की कक्षाएं चरमरा रही हैं। अभिभावकों के बीच यह भी सवाल है कि स्कूल खुलने पर वे अपने छात्रों को स्कूल कैसे भेजेंगे। शिक्षकों और अभिभावकों ने तुरंत स्कूल के चारों ओर दीवार बनाने की मांग की। मलानदीघी ग्राम पंचायत प्रमुख को सूचित करने पर उन्होंने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।