राशन की दुकान में लगी लंबी लाइन, तमाम लोग लौटे बगैर राशन के

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राशन की दुकान में लगी लंबी लाइन, तमाम लोग लौटे बगैर राशन के

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: उचित मूल्य पर राशन की दुकान के मालिक को सरकारी नियमों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। आम लोगों से राशन दुकान मालिकों को आए दिन विरोध का सामना करना पड़ रहा है। समस्या का समाधान नहीं होने पर कुछ राशन डीलर राशन दुकान का सामान ना उठाने की धमकी दे रहे हैं। कोरोना के नियमों को ताक पर रख दिया गया है। राशन लेने आए ग्राहकों को राशन का सामान लेने के लिए लंबे समय तक लाईन में लगना पड़ता है।
ग्राहकों की शिकायत है कि उन्हें राशन के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता है। वहीं एक राशन डीलर विकास कुमार साउ ने कहा आधार कार्ड की जानकारी और मोबाइल नंबर राशन कार्ड से मेल नहीं खाते। नतीजतन कई ग्राहकों को बिना राशन के लंबे इंतजार के बाद वापस जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक सिस्टम के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोबाइल नंबर गलत होने के कारण मैसेज भी नहीं जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम से डीलरों से ज्यादा ग्राहकों को परेशानी हो रही है। जब राशन दुकान के मालिक ने शिकायत की तो स्थानीय लोगों ने कहा कि वे सरकार के नियमों और विनियमों को दोष दे रहे हैं।

राशन दुकान संगठन के नेता मनोज अधिकारी ने कहा कि ग्राहकों के आरोप सही हैं। काफी देर तक लाइन में खड़े रहने के बाद भी कई लोगों को बिना राशन के लौटना पड़ रहा है। जिससे ग्राहकों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मनोज अधिकारी ने कहा कि सरकार ने सरकारी नियमों के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल (ई-पॉज) मशीन की मदद से बायोमेट्रिक सिस्टम में राशन देने के निर्देश दिए हैं। लेकिन कई बार सर्वर की समस्या के कारण वे इस मशीन का उपयोग नहीं कर पाते हैं। इसके चलते ग्राहक को राशन देने में देरी हो रही है। इसके अलावा कई ग्राहकों के पास राशन कार्ड हैं लेकिन उनके पास आधार कार्ड नहीं है। अधिकांश ग्राहकों के राशन कार्ड की जानकारी आधार कार्ड से मेल नहीं खाती है। अधिकांश ग्राहकों को गलत फोन नंबर के कारण ओटीपी नहीं मिल रहा है। इस मशीन पर अपना नाम दर्ज कराने में असमर्थ हैं। इकरा गांव में कल ग्राहकों ने उत्तेजित होकर राशन मालिक को प्रताड़ित किया और ई-पॉस मशीन तोड़ दी। मनोज अधिकारी ने कहा कि अगर ऐसी घटनाएं जारी रहीं तो वे राशन की दुकानों से सामान उठाना बंद कर देंगे।