स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: शीतकाल में बदरीनाथ धाम में 11 साधुओं को तपस्या करने की अनुमति दे दी गई है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद किसी को भी धाम में रहने की अनुमति नहीं दी जाती है। धाम में केवल सेना और पुलिस के जवानों की तैनाती रहती है। इसके साथ ही साधु-संतों को धाम में अपनी-अपनी कुटिया में तपस्या करने के लिए प्रशासन की ओर से प्रतिवर्ष अनुमति दी जाती है।