स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: माइकिंग कर बाढ़ प्रभावित व तटीय इलाकों को खाली करने का निर्देश। लोग अपने-अपने आशियानों को छोड़ सुरक्षित स्थानों के लिये हो रहे हैं रवाना। तूफान से मुकाबले के लिये राज्य के विभिन्न इलाकों में एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात। समुद्र में उठे चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। यही कारण है कि तूफान के आने से पहले पश्चिम बंगाल के बाढ़ प्रभावित व समुद्री तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को इलाका खाली करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। जिसके लिये लगातार माइकिंग भी की जा रही है। पिछले दिनों बंगाल में चक्रवाती तूफान अम्फान, यश व आईला जैसे तुफानो ने काफी तबाही मचा चुकी है जिससे अभी भी राज्य के लोग उबर नही पाए हैं। ऐसे में एक और तूफान जवाद के आने से लोगों में काफी भय और दहसत का माहौल बन गया है। राज्य पुलिस पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप, पूर्व मेदनीपुर के दीघा व कोन्टाइ, पश्चिम मिदनीपुर के खड़कपुर और घटाल, उत्तर24 परगना के संदेसखाली, हुगली जिले के आरामबाग, मुर्शिदाबाद के बरहमपुर, हावड़ा, मालदा, कोलकाता, पुरुलिया, झाड़ग्राम, नदिया, पूर्व व पश्चिम बर्धमान में पुलिस माइकिंग के जरिये लोगों व उनके जरूरी सामानों को सुरक्षित रहने की अपील करते हुए उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील कर रहे हैं। मौसम विभाग ने पहले ही आशंका जाहिर की है की इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से तेज हवाएँ चलेंगी जिसके साथ मूसलाधार बारिश भी होगी। जिसकी वजह से जानोमाल का नुकसान भी होने की संभावना है। अगले 24 घंटे में चक्रवात जवाद और भी शक्तिशाली होगा। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है की चार दिसंबर को मूल रूप से चक्रवात की टक्कर ओड़िशा और आंध्रप्रदेश के तटीय क्षेत्रों से होगी जिसका सीधा प्रभाव पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में आने वाले तूफान को लेकर मौसम में भी काफी बदलाव हुआ है।