राहुल पासवान, एएनएम न्यूज़: घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण 7 साल की उम्र में दलाल के हाथों नौकरी की तलाश में घर से निकल पड़ी। फिर साल बाद साल बीतता गया लेकिन 7 साल की बच्ची घर नहीं लौटी। इस बात से परिवार से लेकर रिश्तेदार तक के लिए चिंता के बिषय बना हुआ था। पंजाब के ज्वालांधर इलाके में 7 साल की कालिदासी सरदार एक मकान में आया की काम करती थी।
जब पंजाब के ज्वालांधर के उस इलाके में कुल्टी थाने के शकटोरिया इलाके के राजेश भुइयां और उनकी पत्नी काम करने गए थे, उस दौरान उनकी बांग्ला भाषा सुनकर कालिदासी सरदार ने उनसे बता करके अपना परिचय दिया और अपने घर के बारे में बताया। कालिदासी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के केनिंग थाने के दुमाली गांव में उसकी घर है। साथ ही उसने कहा कि वह उनके साथ घर जाना चाहता है, क्या उसे साथ ले जा सकेंगे। इस लिए पंजाब के ज्वालांधर में जिस मकान में काम करती थी उन्होंने कुल्टी के राजेश भुइयां और उनकी पत्नी के साथ टिकट करके भेज दिया। कुल्टी पहोचने के बाद राजेश भुइयां ने बौरीसमाज और स्थानीय पुलिस को सारी बात बताई और उसे घर भेजने की व्यवस्था के बारे में बात की। अंत में कालिदासी दुमाली गांव में अपने घर पहुंची।
कालिदासी सरदार घर वापस आकर ये बात बताया कि एक व्यक्ति झूठ बोलकर नौकरी देने का नाम से घर से ले गए थे। कालिदासी सरदार लगभग 20 साल बाद घर वापस आकर बहुत खुश है। उसने कभी नहीं सोची थी कि वह फिर से परिवार को देखेगा और लड़की को देखकर परिवार भी बहुत खुश हो गया।