टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: आज पश्चिम बर्दवान जिला बांगला पख्खो की तरफ से रानीगंज के सियारसोल डाकघर के पोस्ट मास्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसके जरिए इन्होने इस पोस्ट आफिस में बांगला भाषा को तरजीह देने की मांग किया। इनका कहना है कि 2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल में रहने वाले 86% लोग बंगाली हैं। यहां की मुख्य भाषा बांग्ला है और दफ्तरों में काम काज की सुविधा के लिए अंग्रेजी का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन सियारसोल डाकघर में जिस तरह से बांगला को पुरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है, वह अत्यंत शर्मनाक है। उन्होंने पोस्ट मास्टर से मांग की कि इस पोस्ट आफिस के हर फार्म और स्लिप पर बांगला में लिखा होना चाहिए। इस पोस्ट आफिस के हर कर्मी को बांगला में सेवा प्रदान करनी होगी। इनको ग्राहकों का सोचकर सेवा देनी होगी ना कि अपने बारे में सोचकर। इसे ही ग्राहक सेवा कहते हैं। बांग्ला पख्खो के सदस्यों का कहना था कि अगर इनकी मांगों को नहीं माना गया तो आने वाले समय में वह और बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। इस मौके पर बांगला पख्खो रानीगंज शाखा के सचिव दीपायन मुखर्जी बाप्पा चक्रवर्ती प्रदीप माजि सौरव मंडल सहित इस संगठन के तमाम पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।