स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: बीएलके अस्पताल के डॉ. एनके नायर ने कहा कि अब तक का ओमिक्रॉन का अनुभव बताता है कि यह गले पर ही आक्रमण करता है, डेल्टा वैरिएंट की तरह यह फेफड़े पर हमला नहीं करता है, यही कारण है कि इसमें मरीज ज्यादा गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं और उन्हें ऑक्सीजन देने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है।