स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: कई मोर्चों पर करीब दो वर्षों से चीन के साथ भारत का गतिरोध बना हुआ है लद्दाख में। भारत की ओर से ना केवल कई सारे चाइनीज ऐप बंद कर दिए गए, बल्कि कई चीजों का बायकॉट भी शुरू हो गया। पिछले साल दोनों देशों के बीच जो व्यापार हुआ है, उसने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। इसकी वजह कोविड की दूसरी लहर के दौरान जरूरी वस्तुओं के आयात-निर्यात को बताया जा रहा है। 2021 में भारत और चीन के बीच व्यापार 125 अरब अमेरिकी डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई को भी पार कर गया है; और 100 अरब डॉलर की यह सीमा को भी लांघ गया है। 2021 में भारत और चीन के बीच कुल व्यापार 125.66 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा है, जो कि 2020 के मुकाबले 43.3 फीसदी ज्यादा है।
लेकिन मिलिट्री और राजनयिक बातचीत की वजह से दोनों सेनाएं अगस्त में गोगरा इलाके और फरवरी में पैंगोंग लेक के उत्तरी और दक्षिण किनारों से पूरी तरह से पीछे हट गईं। दोनों ओर से इस साल 12 जनवरी को भी बाकी इलाकों से गतिरोध दूर करने के लिए कोर कमांडर स्तर की 14वीं दौर की बात हुई है। इस समय पूर्वी लद्दाख के पहाड़ों पर वास्तविक नियंत्रण रेखा की दोनों ओर दोनों देशों की करीब 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं।