स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: हिंदू धर्म में कई व्रत और त्योहारों की मान्यता हैं। इन व्रत- त्योहारों में स्नान, दान, तप और जाप करने के विशेष महत्व है। इसी में पूर्णिमा तिथि खास तिथि मानी जाती है। पंचांग के अनुसार हर माह पूर्णिमा तिथि आती है ऐसे में पौष माह की पूर्णिमा तिथि 17 जनवरी को है, जिसके बाद माघ आरंभ हो जाएगा। शास्त्रों में शुक्ल पक्ष को देवताओं का समय कहा जाता है। पूर्णिमा के दिन चंद्रमा के साथ साथ विष्णुजी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन दान करने से व्यक्ति के पाप कटते हैं और अमोघ फल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में पूर्णिमा के व्रत को भी बहुत शुभ माना गया है। आइए जानते हैं पूर्णिमा व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसके व्रत के लाभ के बारे में।
पूर्णिमा व्रत का शुभ मुहूर्त
पौष पूर्णिमा तिथि आरंभ: 17 जनवरी, सोमवार रात्रि 3:18 मिनट पर
पौष पूर्णिमा तिथि समाप्त: 18 जनवरी, मंगलवार प्रातः5: 17 मिनट तक
पूर्णिमा का व्रत 17 जनवरी को ही मान्य