स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: लोकसभा, विधानसभा या फिर पंचायत चुनाव हो, सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता उसकी कोठी की चौखट पर दस्तक देने जरूर जाते थे। यह व्यक्ति अपनी कोठी की छत पर जिस भी पार्टी का झंडा लगा देता था। कानपुर के बिकरू गांव समेत आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीण उसी पार्टी के प्रत्याशी को वोट देते थे। यह व्यक्ति और कोई नहीं कुख्यात अपराधी विकास दुबे है। इस बात से ही अंदाज लगाया जा सकता है कि उसकी राजनीति में कितनी मजबूत पकड़ थी।
बिकरू में 25 वर्षों से विकास दुबे के परिवार से या फिर उसकी मर्जी के प्रधान चुने जाते थे। लेकिन बिकरू गांव के लोगों ने इस बार अपनी मर्जी से मधुदेवी को प्रधान चुना है। बिकरू में लोकतंत्र का उदय हुआ है। बिकरू वासियों के लिए 2021 और 2022 का सूरज नया सबेरा लेकर आया है। 25 वर्षों बाद बिकरू समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव में अपनी मर्जी का प्रधान चुना है।