स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: उत्तर प्रदेश की अठारहवीं विधानसभा चुनाव के लिए मतदान गंगा और यमुना के उपजाऊ इलाक़ों से होता हुआ अब गोमती तट पर आ गया। सूत्रों के मुताबिक युपी चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के चेहरों और बोली में चिंता की लकीरें साफ दिख रही है और विपक्षी समाजवादी पार्टी गठबंधन में उत्साह बढ़ता दिख रहा है। पूरे यूपी में किसान आंदोलनकारियों पर चले दमन चक्र के कारण साथ ही राकेश टिकैत के आंसू और जयंत चौधरी पर पुलिस की लाठी से पश्चिम उत्तर प्रदेश में बहुतायत जाट किसान इस बार भाजपा के खिलाफ लामबंद हो गए।
राजनीतिक विश्लेषक अभय कुमार दुबे का बताया है कि, "अब तक तीनों फ़ेज़ के मतदान में कुल मिलाकर भाजपा को पचास फीसदी का नुकसान हो चुका है, अब पूरब में फिर भाजपा को नुकसान होगा।" उनका मानना है कि ''इस बार डबल इंजन की सरकार में भाजपा को डबल ऐंटी इंकम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है।"