स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: शेफर्ड बैरन ने एटीएम मशीन बनाकर इसमें जब कोडिंग सिस्टम लगाया तो पिन का नंबर 4 अंकों का ही क्यों रखा? वैसे आपको जानकर हैरानी होगी कि शुरुआती दौर में उनका ज़रा भी ये प्लान नहीं था कि पिन 4 अंकों का हो, बल्कि वो तो इसे 6 अंकों का रखना चाहते थे। जब उन्होंने अपनी पत्नी कैरोलिन पर इससे जुड़ा प्रयोग करने की कोशिश की तो बार-बार उनकी पत्नी 6 अंकों में 2 अंक भूल जाती थीं और उन्हें सिर्फ 4 अंक ही याद रह जाते थे। इसी वक्त उन्हें पता चला कि औसतन इंसानों का दिमाग 6 के बजाय 4 अंक आसानी से याद रख सकता है।
जॉन शेफर्ड - बैरन ने एटीएम मशीन के आविष्कारक