स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: रूस और यूक्रेन के युद्ध का असर भारत में महंगाई भी बढ़ा सकता है। यहां जानिए भारत के सामने इस युद्ध के चलते महंगाई के अलावा क्या-क्या दिक्कतें आ सकती हैं।
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि इसके बावजूद भारत में तेल के दाम नहीं बढ़े, क्योंकि चुनाव चल रहे हैं। लेकिन चुनाव खत्म होते ही दाम बढ़ना तय माना जा रहा है।
2. कच्चे तेल के दामों में 10 फीसदी बढ़ोतरी से भी थोक महंगाई में लगभग 0.9 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। कच्चे तेल के दाम अगर 100 डॉलर प्रति बैरल से ज़्यादा बने रहे तो भारत में थोक महंगाई में लगभग 2-3 फीसदी का इजाफा होगा। कच्चा तेल के हरेक 1 डॉलर प्रति बैरल बढ़ने पर देश पर तो 10 हजार करोड़ का बोझ बढ़ेगा।
3. यूक्रेन दुनिया का सबसे बड़ा सनफ्लावर उगाने वाला देश भी है। इसलिए इस युद्ध का असर सूरजमुखी के तेल के दामों पर भी पड़ेगा
4. रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध का असर गाजियाबाद के व्यापार पर भी पड़ा है। यहां करीब 80 से 100 फैक्ट्री ऐसी हैं जिनका इन दोनों देशों से एक्सपोर्ट या इंपोर्ट का काम है। जिसके वजह से गाजियाबाद इंडस्ट्री एसोसिएशन को अब तक करीब 100 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
5. भारत रूस को कपड़े, फार्मा उत्पाद, इलेक्ट्रिकल मशीनरी, लोहा, स्टील, कैमिकल, कॉफी और चाय का निर्यात करता है। वही यूक्रेन को भी भारत कपड़े, फार्मा उत्पाद, दालें, कैमिकल, प्लास्टिक का सामान, इलेक्ट्रिक मशीनरी का निर्यात करता है।