स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: शादी एक जाल है, इसमें जो फंस जाए वो यही कहता है कि ‘शादी करके फंस गया यार अच्छा खासा था कुंवारा’। खासतौर पर लड़के ऐसा मानते हैं कि शादी के बाद केवल सुख की प्राप्ति लड़कियों को होती है और बेचारे लड़के सुख का मतलब ही भूल जाते हैं। कुछ इसी तरह की कहानी है फिल्म ‘शादी के साइड इफेक्ट्स’ की। आज इस फिल्म के 8 साल पुरे हो गए है। इस फिल्म में फरहान अख्तर एक म्यूजिक कंपोजर और सिंगर है। वही सिद्धार्थ की पत्नी तृषा यानी विद्या बालन एक अच्छी-खासी नौकरी करती है। उधर तृषा की लाइफ में भी दो और किरदार आ जाते हैं -एक काम वाली बाई और दूसरी उसकी पडोसन। तो चलिए देखिये वो मजेदार सीन जब विद्या एक परफेक्ट मैड की तलाश करती है -