टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: रानीगंज माकपा लोकल एरिया कमेटी के तरफ से आज रानीगंज के डॉल्फिन मैदान से एक विरोध रैली निकाली गई। 12 सूत्री मांगों के समर्थन में यह रैली डॉल्फिन मैदान से निकलकर रानीगंज बाजार की परिक्रमा करते हुए रानीगंज थाने के सामने पहुंची। यहां पर वामपंथी नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। उन्होंने राज्य सरकार पर तमाम तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर उनका कहना था कि राज्य सरकार की नीतियां जन विरोधी हैं जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। इसके बाद अपनी मांगों के समर्थन में वामपंथी नेताओं द्वारा रानीगंज थाने में एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस मौके पर यहां आसनसोल के पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी, रानीगंज के पूर्व विधायक रुनु दत्त, हेमंत प्रभाकर, सुप्रिया राय, कल्लोल राय, संजय प्रमाणिक और देवदास बनर्जी सहित तमाम माकपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए वंश गोपाल चौधरी ने कहा कि आज रानीगंज की हालत ऐसी हो गई है कि यहां पर भु माफियाओं का राज हो गया है। तालाब भरकर कब्जा किया जा रहा है लेकिन पुलिस खामोश है। वही यहां पर ड्रग और अन्य मादक पदार्थों का कारोबार चल रहा है लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके साथ ही यहां पर भ्रष्टाचार व्यापक तौर पर हो रहा है, विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया जा रहा है लेकिन भ्रष्टाचार तृणमूल कांग्रेस नेताओं के इशारे पर पुलिस यह सब देखकर भी खामोश है और यहां पर अपराधी तत्व का बोलबाला हो गया है। वह चुनाव की तारीखों के घोषणा से पहले ही बंगाल सहित रानीगंज में भी केंद्रीय सुरक्षा बल भेजे जाने के मुद्दे पर पूर्व सांसद ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों को भेजने का उद्देश्य है कि जो लोग मतदान को लेकर डरे हुए हैं उनके मन से डर को दूर किया जाए।
इस वजह से यह बहुत जरूरी है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों को उन जगहों पर भेजा जाए और लोगों को साहस दिलाया जाए जहां पर लोग मतदान के समय भयभीत रहते हैं। तभी केंद्रीय सुरक्षा बलों को भेजने का उद्देश्य सफल होगा। वहीं पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बंगाल में लगातार सभाएं करने के सवाल पर वंश गोपाल चौधरी ने कहा कि वह तो आएंगे ही और यहां पर सभाएं भी करेंगे लेकिन सभा के बाद राज भवन में जो गुप्त बैठक हो रही है उसके बारे में भी जानकारी मिलना जरूरी है। यह जानना अति आवश्यक है कि उन बैठकों में क्या सेटिंग हो रही है अगर प्रधानमंत्री को बात करनी है तो हिंदुस्तान केबल्स पर बात करें आसनसोल, रानीगंज इत्यादि जगहों पर जो इतने सारे कारखाने बंद हैं उनको लेकर बात करें लेकिन वह इन मुद्दों पर बात नहीं करेंगे।