- मानव को कभी मानवता पर कलंक नहीं लगने देना चाहिए
- भाई से बेईमानी और पड़ोसी को सताना पाप
- मोह-माया में पड़ने के बजाय जरूरतमंदों की करे सेवा
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : आसनसोल गोशाला में नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान कृष्ण जन्म की झांकी प्रस्तुत की गई।
कथा के दौरान स्वामी आत्मप्रकाश जी ने कहा कि मानव को कभी मानवता पर कलंक नहीं लगने देना चाहिए। संसार में किसी की मदद भले न कर सको लेकिन किसी को सताना नहीं। सास-ससुर और माता-पिता को सताना सबसे बड़ा पाप है। भाई से बेईमानी करना, पड़ोसी को सताना भी पाप है। कथा हमें मानवता का पाठ सिखाती है। उन्होंने कहा कि मोह-माया में पड़ने के बजाय जरूरतमंदों की सेवा करे और अपनी आत्मा से प्यार करें। संत जनों के साथ रहें। ईश्वर का स्मरण करें।