टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : ईसीएल के खदान कर्मियों की सुरक्षा में लापरवाही के मामले बार-बार सामने आते रहे हैं। खदान के नीचे काम करने के दौरान ईसीएल कर्मियों की मौत की घटना बार-बार सामने आती रही है। इस महीने की 8 तारीख को कुनुस्तोरिया इलाके के पड़ाशिया कोलियरी में खदान के नीचे काम करने के दौरान एक ईसीएल कर्मी की मौत हो गई थी। खदान के नीचे बार-बार इस तरह की दुर्घटना होने के बाद भी ईसीएल अधिकारी होश में नहीं आये।
बुधवार सुबह फिर मजदूर की मौत की खबर सामने आई। 45 वर्षीय रंजीत बाउरी नामक ईसीएल कर्मी रोज की तरह मंगलवार की रात की पाली में अपने काम पर शामिल हुए। कहा जाता है कि वह अंडरग्राउंड विभाग में काम करता था। रात्रि पाली आधी रात से सुबह आठ बजे तक होती है। हादसा बुधवार सुबह करीब 7:15 बजे हुआ। कोलियरी सूत्रों के अनुसार खदान के नीचे दुर्घटना में रंजीत बाउरी की मौके पर ही मौत हो गयी। घटना अंडाल के जामबाद कोलियरी के पिट नंबर 4 पर हुई। कोलियरी में इस दिन हुए हादसे के बाद खदान मजदूरों ने खदान के नीचे सुरक्षा की मांग की है। खदान श्रमिकों और परिवार के सदस्यों ने मृतक अस्थायी कर्मचारी के परिवार के सदस्यों में से एक को तत्काल रोजगार देने और ईसीएल नियमों के अनुसार उचित मुआवजे की मांग को लेकर खनन कार्य बंद करके प्रदर्शन किया। ईसीएल द्वारा सभी मांगें मानने के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया। लेकिन अंत में सवाल यही है कि क्या किसी दुर्घटना में मौत के बाद ईसीएल परिवार को मुआवजा देगा? या फिर खदान के नीचे सुरक्षा को देखें। हालांकि, इस संबंध में ईसीएल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।