बालू माफियाओं द्वारा पेड़ों की कटाई, कारवाई की मांग

कटाई रोकने तथा अवैध रूप से रास्ते के निर्माण को रोकने को लेकर कोई जरूरी कदम उठाएं। वरना यहां पर पेड़ों की कटाई ऐसे स्तर पर पहुंच गई है कि यहां पर प्राकृतिक संसाधन पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगे। 

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Jagganath Mondal
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : रानीगंज प्रखंड के तिराट ग्राम पंचायत अंतर्गत ड़ामालिया ब्रिज के निकट बालू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर बीना अनुमति के सड़क बनाने के खिलाफ अंचल के आदिवासी समुदाय के लोगों ने मुर्गाथाल आदिवासी मिलन गांवता के बैनर तले रानीगंज के वीडियो को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने उनसे अनुरोध किया है कि इस क्षेत्र में धड़ले से पेड़ों की कटाई की जा रही है ताकि अवैध रूप से रास्ते का निर्माण किया जा सके, इसे अविलंब रोका जाए। संगठन के अध्यक्ष मंटू सोरेन ने कहा कि यहां की जनता की भलाई के लिए इस रास्ते का निर्माण जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में दो रास्ते पहले से ही है, जिसे यहां के लोग अपने रोजमर्रा के कार्यों के लिए इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पेड़ों की अवैध रूप से कटाई की जा रही है, उससे आदिवासी समुदाय के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आघात लगा रहा है। क्योंकि आदिवासी समुदाय के लोग हमेशा से प्राकृतिक संसाधनों को देवता मानकर पूजा करते आए हैं। यहां पर आदिवासी समुदाय के लोग सदियों से रह रहे हैं और यहां के प्राकृतिक संसाधनों को देवता मानकर पूजा करते रहे हैं। लेकिन अब जिस तरह से धड़ल्ले से पेड़ों की कटाई की जा रही है उससे उनके धार्मिक भावनाओं को आघात लगा रहा है। उन्होंने रानीगंज के वीडियो से अनुरोध किया कि वह पेड़ों की कटाई रोकने तथा अवैध रूप से रास्ते के निर्माण को रोकने को लेकर कोई जरूरी कदम उठाएं। वरना यहां पर पेड़ों की कटाई ऐसे स्तर पर पहुंच गई है कि यहां पर प्राकृतिक संसाधन पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगे। 

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं अवैध रास्ते का निर्माण करने वाले लोग यहां पर सरकारी जमीन का भी दुरुपयोग कर रहे हैं और वहां पर भी अतिक्रमण करके अवैध रूप से रास्ते का निर्माण कर रहे हैं। संगठन की ओर से ज्ञापन की प्रतिलिप जिला शासक, तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र चक्रवर्ती एवं रानीगंज थाना प्रभारी को भी देकर कारवाई करने की मांग की गई है।