स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: दामोदर और अजय नदी में अवैध बालू खनन आम बात हो गई है। रोजाना हजारों टन बालू का अवैध खनन हो रहा है, फिर भी प्रशासन इस मुद्दे पर खामोश है। यह स्थिति अवैध बालू माफियाओं को अपना कारोबार फैलाने का अवसर प्रदान कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार इस कारोबार में कई प्रभावशाली नेता, राजनीतिक हस्तियां और प्रशासनिक अधिकारी कथित रूप से शामिल हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रहे इस बालू खनन से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है और उन्हें खतरा पैदा हो रहा है। नदी के तट पर कटाव के कारण आसपास के गांव खतरे में हैं। नदी जो पहले पानी का स्रोत और कृषि के लिए सहायक थी, अब माफियाओं के अवैध हितों का केंद्र बन गई है।