टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी आज जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के बीजपुर विलेज दक्षिण बाउरी पाड़ा इलाके में पहुंचे। इस क्षेत्र में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के एक प्रोजेक्ट की वजह से स्थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां पर हो रहे लगातार ब्लास्टिंग के कारण उनके घरों को नुकसान पहुंच रहा है। इसी का जायजहा लेने आज जितेंद्र तिवारी बीजपुर गांव पहुंचे थे, उन्होंने इलाके के लोगों के साथ बात की और उनके घरों को ब्लास्टिंग की वजह से हो रहे नुकसान का निरीक्षण किया। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए जितेंद्र तिवारी ने कहा कि यहां पर जो प्रोजेक्ट बनाया गया है उसकी वजह से यहां के लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि जब भी किसी प्रोजेक्ट का डीपीआर बनाया जाता है, आसपास के क्षेत्र में उसे प्रोजेक्ट का क्या असर पड़ेगा उसे विषय को भी देखा जाता है। लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं किया गया यहां पर सिर्फ कोयला उत्खनन को लेकर ही डीपीआर में चर्चा हुई होगी जिस वजह से इस क्षेत्र में ब्लास्टिंग की वजह से हो रही परेशानियों को लेकर प्रोजेक्ट चलाने वालों को कोई सरोकार नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि यहां पर ओसीपी के परिचालन से किसी को कोई समस्या नहीं है, लेकिन अगर किसी व्यक्ति ने अपनी मेहनत से एक मिट्टी का घर बनाया है तो उसे घर को नुकसान पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है और यह इसी चीज की लड़ाई है जिसे लड़ने आज वह यहां पर आए हैं।
उन्होंने स्थानीय टीएमसी नेताओं विधायकों पर कटाक्ष किया उन्होंने कहा कि पहले के जमाने में नेता मंत्री विधायक सांसद स्कूलों का कम्युनिटी हॉल का उद्घाटन किया करते थे, लेकिन आज के टीएमसी नेता विधायक कोलियरी में पैच का उद्घाटन कर रहे हैं। इसी से साफ जाहिर होता है कि टीएमसी के नेता मंत्री विधायक किसके साथ हैं। वह मालिक पक्ष के साथ है, वह आम जनता के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी चुनाव नहीं है इस वजह से टीएमसी का कोई नेता यहां पर नहीं आ रहा, लेकिन जैसे ही चुनाव दस्तक देगी टीएमसी का हर नेता इन गरीब लोगों के पास आएगा और वोट की भीख मांगेगा।
जितेंद्र तिवारी ने कहा कि यहां पर लगातार हो रही ब्लास्टिंग की वजह से लोगों के घरों को तो नुकसान पहुंच ही रहा है। यहां पर स्कूल को भी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल में आम जनता के बच्चों को पढ़ने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यहां पर जो स्कूल है ऐसे स्कूलों में टीएमसी नेताओं के बच्चे नहीं पढ़ते। उनके बच्चे या तो कोलकाता, दार्जिलिंग या अन्य राज्यों के स्कूलों में या विदेश के स्कूलों में पढ़ते हैं। इसलिए यहां के स्कूलों की दशा क्या है इसको लेकर टीएमसी नेताओं को कोई मतलब नहीं है। लेकिन वह ऐसा नहीं होने देंगे और भाजपा इसका जोरदार विरोध करेगी। किसी को भी गरीब लोगों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां पर कितने घरों को नुकसान पहुंचा है। उसकी एक सूची तैयार की जाएगी और इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज वह यहां आए हैं। यह जानकारी मिलते ही टीएमसी के नेता भी यहां पहुंच चुके हैं। जितेंद्र तिवारी का कहना था कि उन्हें टीएमसी नेताओं के यहां आने से कोई समस्या नहीं है लेकिन यह देखना है कि वह यहां पर क्यों आए हैं। वह यहां पर इन गरीब लोगों की लड़ाई लड़ने आए हैं या पैच के मालिकों के पक्ष में इन गरीब लोगों को शांत करने आए हैं। अगर वह मालिकों के हिमायती बनकर आए हैं तो भाजपा ऐसा नहीं होने देगी।