टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के चिंचुरिया पंचायत अंतर्गत डंगालपाड़ा इलाके में बुधवार को बालू गाड़ियों के आवाजाही को लेकर स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी देखी गई। ग्रामीणों ने सड़कों पर उतरकर बालू लदे ट्रकों को रोक दिया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई।/anm-hindi/media/post_attachments/1b658300-000.jpg)
प्रदर्शनकारी स्थानीय लोगों का आरोप है कि अजय नदी के डरबारडांगा बालू घाट से अवैध रूप से बालू निकाला जा रहा है और ग्रामीण सड़कों के माध्यम से गाड़ियों में भरकर ले जाया जा रहा है। उनका कहना है कि यह न सिर्फ ग्रामीण सड़कों की क्षति कर रहा है बल्कि यह एक तरह की खुली लूट है। सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। गौरतलब है कि इससे पहले भी ग्वाला समाज द्वारा फरवरी महीने में इस मुद्दे को लेकर ब्लॉक कार्यालय से लेकर जिला कार्यालय तक लिखित शिकायतें दी गई थीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे लोगों में आक्रोश और बढ़ गया है।
वही हमने इस बारे में जमुरिया विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के को कन्वीनर गौतम मंडल से बात की तो उन्होंने कहा कि इस इलाके से बालू गाड़ियों का परिचालन नहीं होनी चाहिए क्योंकि जहां से बालू का उत्खनन होता है वह दरबाडांगा घाट है इधर से बालू गाड़ियों के परिचालन का कोई तुक नहीं बनता। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से बालू उत्खनन और बालु का कारोबार किया जा रहा है और बालु के इस अवैध कारोबार के पीछे सत्ता पक्ष और प्रशासन की मदद है।
इस बारे में जब हमने नयन गोप से बात की तो उन्होंने कहा कि अजय नदी से अवैध रूप से बालू निकालकर नदी को खोखला किया जा रहा है। बालू गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है, उन्होंने आरोप लगाया कि दरबाडांगा घाट से लालटु दत्ता अवैध रूप से बालू निकल रहा है। जिस वजह से अजय नदी का अस्तित्व संकट में आ गया है। उन्होंने कहा कि वह लगातार बालु के अवैध खनन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक इस पर नकेल कसी नहीं जा सकी है। हालांकि जब नयन गोप के नेतृत्व में कुछस्थानीय लोगों द्वारा बालू गाड़ियों के परिचालन के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा था तो दूसरी तरफ गांव के ही कुछ अन्य लोगों द्वारा नयन गोप के खिलाफ नारे लगाए जा रहे थे और कहां जा रहा था कि वह नयन गोप को अपना नेता नहीं मानते।
उन्होंने कहा कि नयन गोप यहां के निवासी नहीं है और वह जबरदस्ती यहां पर यहां के लोगों का नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि वह चाहते हैं कि जो लोग बालू गाड़ियों का परिचालन करते हैं। वह नयन गोप को पैसे दे जब इन लोगों से पूछा गया कि नयन गोप बालू गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं और वह नहीं चाहते कि गांव के रास्तों से बालू गाड़ियों का परिचालन हो तो इस पर स्थानीय लोगों ने कहा कि जो लोग बालू गाड़ियों का परिचालन करते हैं उन लोगों की गांव के सोलो आन कमेटी से बात हो चुकी है और उन लोगों ने आश्वासन दिया है कि वह गांव के विकास के लिए और सोलो आन कमेटी द्वारा विभिन्न कार्यों के लिए आर्थिक रूप से सहयोग करेंगे। अगर नयन गोप बालू गाड़ियों का परिचालन करने वाले लोगों द्वारा दी जाने वाली आर्थिक मदद की भरपाई करते हैं तो फिर बालू गाड़ियों का परिचालन रुकवा दिया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि यहां के लोग नयन गोप को अपना नेता नहीं मानते।
वही आज जब नयन गोप के नेतृत्व में बालू गाड़ियों के परिचालन को रोकने को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। वहीं कुछ लोगों द्वारा नयन गोप और उनके साथियों के प्रदर्शन के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा था। ऐसे में एक समय दोनों वर्गों के प्रदर्शनकारीयों के बीच पहले बहस हुई और मारपीट हुई। जिसमें मेनोका गोप नामक एक महिला बुरी तरह से घायल हो गई। पहले उन्हें बहादुरपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया फिर उन्हें आसनसोल जिला अस्पताल रेफर करना पड़ा। इस बारे में जब हमने मेनका से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके गांव के रास्तों से बालू से लदी बड़ी गाड़ियां चलती है, जिस वजह से रास्ते खराब होते हैं और दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। इसलिए आज उन लोगों ने बालू गाड़ियों के परिचालन को रोकने के लिए रोड जाम किया था लेकिन बालू तस्करी से जुड़े कुछ लोग वहां पर आए और उन्होंने हमला कर दिया जिसमें उनके सर पर गहरी चोट लगी है।