सरकारी सड़क और नदी पर कब्जा: स्थानीय लोगों के विरोध से तनाव, भारी पुलिस तैनात

स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी ने अपने वादे के अनुसार गांव के बेरोजगार युवाओं को नौकरी नहीं दी। इसके बजाय, उन्होंने लगभग 700 बाहरी श्रमिकों को काम पर रखा है।

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Ankita Kumari Jaiswara
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया थाने के तहत बहादुरपुर ग्राम पंचायत के धसल गांव में सरकारी रिकॉर्डेड सड़क और छोटी नदी (जोर) पर कब्जा किए जाने के आरोप में स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं। उनका आरोप है कि खेती योग्य जमीनों पर पानी जमा होने के कारण पिछले दो साल से खेती करना संभव नहीं हो पाया है। इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने स्पिनटेक ड्यू प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

स्थानीय निवासी महेश ओझा ने बताया कि कुछ साल पहले स्पिनटेक ड्यू प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों ने गांव के लोगों से जमीन की मांग की थी। उन्होंने वादा किया था कि गांव का विकास किया जाएगा और गांव के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा। लेकिन अब कंपनी ने धसल मौजा की दो रिकॉर्डेड सड़कों, जिनमें से एक 56 नंबर नक्शे में और दूसरी 2 और 3 नंबर नक्शे में स्थित है, को पूरी तरह से बंद कर दिया है। इस कारण पड़ोसी गांवों से संपर्क पूरी तरह से कट गया है। इसके अलावा, गांव के उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित छोटी नदी "जोर", जो धसल, बहादुरपुर, विजय नगर और धसना मौजा के बरसाती पानी को सिंगारन नदी में पहुंचाती थी, उसे भी कंपनी ने पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है। इस कारण गांव की सैकड़ों बीघा जमीन जलमग्न हो गई है और पिछले दो साल से इस जमीन पर खेती करना संभव नहीं हो पाया है, जिससे किसान गहरे संकट में हैं।

आंदोलनकारियों आनंद माझी, सुनील हांसदा और मनबोध रुईज का कहना है कि कंपनी ने गांव के आदिवासी समुदाय के श्मशान घाट तक पर कब्जा कर लिया है। कंपनी ने श्मशान की जमीन पर सड़क बना दी है, जिससे अब आदिवासी समुदाय के लोग अपने मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे हैं।

स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी ने अपने वादे के अनुसार गांव के बेरोजगार युवाओं को नौकरी नहीं दी। इसके बजाय, उन्होंने लगभग 700 बाहरी श्रमिकों को काम पर रखा है। जब भी गांव के बेरोजगार युवक नौकरी के लिए आवेदन करते हैं, तो उनसे बाहरी राज्यों का आधार कार्ड मांगा जाता है, जिससे वे पूरी तरह से वंचित रह जाते हैं।

ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन के विभिन्न स्तरों पर जैसे: बहादुरपुर ग्राम पंचायत के प्रधान, बीडीओ, भूमि विभाग, जामुरिया थाना, एडीएम (एलआर), और आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय को लिखित शिकायत दी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस वजह से गांव में भारी आक्रोश पनप रहा है। 

जामुड़िया भूमि विभाग के राजस्व अधिकारी परितोष मंडल ने कहा कि नदी को किसी भी हालत में कंपनी के अंदर से नहीं ले जाया जा सकता। उन्होंने बताया कि इस मामले को उच्च अधिकारियों के समक्ष रखा गया है। वहीं, जामुड़िया के विकास अधिकारी (बीडीओ) अरुणालोक घोष ने कहा कि उन्हें इस संबंध में एक शिकायत मिली है और मामला उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें नदी पर कब्जा करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। स्पिनटेक ड्यू प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी हेमंत सिंह ने हालांकि सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने किसी सरकारी जमीन या नदी पर अवैध कब्जा नहीं किया है। उनका कहना है कि उनकी बाउंड्री के अंदर गांव की कोई जमीन नहीं है।

वही इस संबंध में जामुड़िया ब्लॉक अधिकारी अरुणालोक घोष ने कहा कि इस बारे में एक आवेदन आई है। वह इस मुद्दे पर अपने उच्च अधिकारियों से संपर्क में है कहा कि कोई भी कारखाना प्रबंधन किसी नदी या जोड़ को अपने परिसर के अंदर नहीं ले सकता अगर ऐसा कहीं पर हुआ है तो उच्च अधिकारियों की उसकी जानकारी दी जाएगी और उनके निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।