टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, जामुड़िया: केंदा गांव में एक बार फिर से ग्वाला पाड़ा में तेज आवाज के साथ भू-धंसान की घटना घटी। लगातार भू-धंसान की घटनाओं से इलाके के लोग आतंकित हैं। सोमवार सुबह ग्वाला पाड़ा के एक घर के आंगन में भू-धंसान की घटना से घर में रहने वाले तीन परिवार बाहर निकल गए। भू-धंसान क्षेत्र के बगल में कुराराम गोप, अन्ना गोप व अल्लाद घोष का घर है। घटना के बाद से तीनों परिवार के लोग डरे हुए हैं।
आपको बता दे कि 19 अगस्त को केंदा गांव के धारा नंबर 3 में जमीन धंसने से काला धुआं निकलता देखा गया और 15 सितंबर को केंदा गांव के बाउरी पाड़ा में मनसा मंदिर के बगल में बड़ा हादसा होने के बाद जमीन धस गयी। स्थानीय लोगों का दावा है कि इलाका धसान प्रभावित होने के बावजूद कोई पुनर्वास नहीं किया गया है। हालांकि अधिकारियों और प्रशासन का कहना है कि पुनर्वास की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
इस बारे में इलाके के निवासी गणेश गोप ने बताया कि यह पहला मौका नहीं हैं जब इस तरह की कोई घटना यहां पर हुई है। उन्होंने बताया कि वह अपने बचपन से यहां पर इस तरह की घटनाएं देखते आ रहे हैं। पुनर्वास की बात तो की जाती है लेकिन पुनर्वास उपलब्ध कराने के लिए कोई प्रश्न नहीं किया जाता सिर्फ आश्वासन दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर अब स्थिति इतनी ज्यादा भयानक हो चुकी है कि अब उनको जब सोएंगे तो अगले दिन उठेंगे भी या जमीन के नीचे समा जाएंगे।