टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : लंबे समय तक ईसीएल अधिकारियों ने ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण नहीं किया लेकिन उन इलाकों में कोयला खदान का पानी गिराए जाने के कारण बड़े इलाके की जमीन डूब गई है और उस जमीन के अधिग्रहण की मांग को लेकर बार-बार विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं। ईसीएल द्वारा कोई फैसला नहीं किए जाने से नाराज़ स्थानीय लोगों द्वारा अब बड़ा निर्णय लिया गया। ईसीएल के अधिकारीयों तक अपनी बात पंहुचाने रानीगंज के कुनुस्तोया क्षेत्र में बंशरा सी पिट कोलियरी को बंद कर मंगलवार सुबह से ही विरोध आंदोलन किया गया। फिलहाल सभी कोयला खदान मजदूर कोयला खदान में नीचे न जा पाने के कारण खदान के ऊपर बैठे हुए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक यह विरोध आंदोलन जारी रहेगा, कोयला खदानें बंद रहेंगी। यह आंदोलन सुबह आठ बजे से ही चल रहा है।
ज्ञात हो कि इस क्षतिग्रस्त भूमि की मात्रा लगभग ढाई सौ बीघे है। इससे पचास से अधिक परिवार प्रभावित हैं। फिलहाल कोयला खदान के माइन माउथ कार्यालय में विरोध आंदोलन जारी है, कोलियरी के स्थानीय प्रबंधन अभी तक सामने नहीं आया है। किसी भी तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए ईसीएल के पास खदान परिसर में सुरक्षा गार्ड हैं। केंद्रीय बलों के विशेष सुरक्षा गार्ड भी हैं।