विरोध प्रदर्शन के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व पर लगाया आरोप, शुरू हो गई राजनीतिक लड़ाई

आरोप है कि बाहरी लोग संदिग्ध काम कर रहे हैं और स्थानीय होने पर भी तृणमूल कार्यकर्ताओं को नौकरी नहीं मिल रही है।

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Ankita Kumari Jaiswara
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20 durgapur

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: स्थानीय होने के बावजूद काम नहीं मिलने पर बाहरी लोगों को टीएमसी पार्टी का झंडा लेकर फैक्ट्री के गेट पर रोक दिया। पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर के वार्ड नंबर 28 और 29 के सागरभांगा के वंचित तृणमूल कार्यकर्ताओं का एक समूह। आरोप है कि बाहरी लोग संदिग्ध काम कर रहे हैं और स्थानीय होने पर भी तृणमूल कार्यकर्ताओं को नौकरी नहीं मिल रही है। बार-बार अनुरोध के बावजूद नेता भी नहीं सुन रहे हैं और फैक्ट्री अधिकारी हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं का एक समूह बिना काम किये आज सुबह से ही फैक्ट्री का गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गया। 

जिन श्रमिकों के पास गेट पास नहीं है उन्हें वे फैक्ट्री में प्रवेश नहीं करने देते हैं। जो लोग गेट पर हस्ताक्षर करके प्रवेश करते हैं वह अधिकतर बाहरी प्रतीत होते हैं। इलाके के तृणमूल समर्थक के युवाओं के मुताबिक, हम साल भर इस फैक्ट्री का प्रदूषण झेलते हैं, हम पार्टी के पीछे भी भाग रहे हैं, लेकिन काम के मामले में बाहरी लोग, इसे हम स्वीकार नहीं कर सकते। 

टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व को बार-बार फोन करने पर भी कोई फायदा नहीं हुआ। आख़िरकार मुझे गेट बंद करने और हस्ताक्षरित संविदा कर्मियों को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालाँकि, ये बेरोजगार तृणमूल समर्थक अभी भी कैमरे के सामने अपना चेहरा खोलने को तैयार नहीं हैं। इससे राजनीतिक लड़ाई शुरू हो गई है।