टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड कारखाने में काम करने वाले मजदूर सूरज नोनिया की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बाद प्रबंधन और परिवार के बीच लंबी बातचीत के बाद मुआवजे पर सहमति बनी। विगत 17 मार्च को कारखाने में काम के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए सूरज को दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 28 मार्च को उनका निधन हो गया। इस घटना से पूरा इलाका शोक में है।
शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों ने उचित मुआवजे की मांग को लेकर कारखाने की ओर चल पड़े, लेकिन चाकदोला मैदान में शव को रोक दिया गया। काफी देर बाद में मुआवजे पर सहमति बन गई।
बताया जा रहा है कि कारखाना प्रबंधन ने मृतक के परिवार को साढ़े 13 लाख रुपये का मुआवजा, दाह संस्कार के लिए 50,000 रुपये और उनकी गर्भवती पत्नी को नौकरी देने का वादा किया। चूंकि पत्नी गर्भवती हैं, इसलिए अगले चार साल तक उन्हें बिना काम किए वेतन मिलेगा, उसके बाद वह कारखाने में काम कर सकेंगी। मृतक सूरज नोनिया कई वर्षों से इस कारखाने में काम कर रहे थे। उनके पीछे गर्भवती पत्नी और ढाई साल की बेटी छोड़ गए हैं।