कैसे मनाया जाता है पोईला बैसाख?

सभी बंगाली भाई-बंधु सुबह जल्दी उठकर अपने-अपने घरों की साफ-सफाई करते है। साफ पानी से स्नान कर, नए कपड़े पहनते है। अपने घरों और मंदिरों को चाव से सजाते हैं और सूर्य देवता को प्रणाम करते है। फिर जोरों शोरों से पूजा-आराधना की जाती है

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Kalyani Mandal
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poila baisakh celebration

 

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: पोईला बैसाख वाले दिन सभी बंगाली भाई-बंधु सुबह जल्दी उठकर अपने-अपने घरों की साफ-सफाई करते है। साफ पानी से स्नान कर, नए कपड़े पहनते है, अपने घरों और मंदिरों को चाव से सजाते हैं और सूर्य देवता को प्रणाम करते है। फिर जोरों शोरों से पूजा-आराधना की जाती है और विभिन्न तरह के पकवान बनाए जाते है। गौ माता की विधि-विधान से पूजा की जाती है। बंगाल मे नवबर्ष वाले दिन पुआल जलाया जाता है। बताया जाता है कि पुआल में सारे पाप और कष्ट जल कर समाप्त हो जाते हैं। बंगाली लोग इस दिन श्री गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा करते है।