स्टाफ रिपोटर,एएनएम न्यूज़ : अफ़ग़ान राजनयिकों पर पाकिस्तान के राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने का आरोप लगा है। वे पाकिस्तान के राष्ट्रगान के दौरान बैठे थे और अपने फोन पर व्यस्त थे। पाकिस्तानी नागरिकों ने पाकिस्तान में 'अपमान' की निंदा की और कहा कि 'अपमान' राजनयिक मानदंडों के खिलाफ था। ईद के अवसर पर पेशावर में रहमत-उल-अलामीन सम्मेलन आयोजित किया गया। अफगानिस्तान-पाकिस्तान के रिश्ते अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। 2021 में अफगानिस्तान की सरकार गिर गई। तालिबान ने सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया। उस समय बार-बार ये आरोप लगते रहे कि पाकिस्तान समर्थन कर रहा है। तालिबान सरकार बनने के बाद भी पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के दो वरिष्ठ अधिकारी अफगानिस्तान गए थे। लेकिन उसके बाद से अफगानिस्तान के पाकिस्तान के साथ रिश्ते खराब हो गए हैं। दोनों देशों के बीच कई बार विवाद सामने आ चुके हैं।