स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है, जो अब अपने शिखर से 10 प्रतिशत से भी अधिक नीचे है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक चुनौती है, खासकर तब जब मुद्रास्फीति और विनिमय दर में उतार-चढ़ाव हो रहा है। केंद्रीय बैंक, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), मुद्रा बाजार में स्थिरता बनाए रखने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भंडार में गिरावट आर्थिक विकास और बाहरी ऋण चुकौती को प्रभावित कर सकती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भंडार में गिरावट भारतीय मुद्रा के मूल्य पर भी दबाव डाल सकती है। इस स्थिति में, सरकार से अपनी आर्थिक नीतियों को संशोधित करने और विदेशी मुद्रा भंडार को बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की गई है।