एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: 7 जनवरी को क्रिसमस मनाने की शुरुआत 1582 से हुई जब रोमन पोप ग्रेगरी XIII के काल में खगोल विज्ञान के वैज्ञानिकों ने ग्रीक सौर वर्ष की लंबाई की गणना में गलती देखी।
कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्म मनाते हैं वही मिस्र और रूस के रूढ़िवादी ईसाई, 7 जनवरी को क्रिसमस मनाते हैं। इस दिन को मनाए जाने वाला क्रिसमस ऑर्थोडॉक्स कहलाया जाता है।/anm-hindi/media/post_attachments/16482fd7-9f4.jpg)
रूस और मिस्र के अलावा इजरायल, यूक्रेन, बुल्गारिया, माल्डोवा, मैक्डोनिया, इथियोपिया, जॉर्जिया, ग्रीस, रोमानिया, सर्बिया, बेलारूस, मोंटेनेग्रो और कजाखस्तान में 7 जनवरी को क्रिसमस मनाया जाता है। /anm-hindi/media/post_attachments/e636d6a8-3bc.jpg)
वहीं कई देश ऐसे भी है, जो आधिकारिक तौर पर क्रिसमस नहीं मनाते हैं। इनमें सऊदी अरब, उत्तर कोरिया, चीन और जापान शामिल है।