स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की चार्जशीट में दावा किया गया है कि राय के खिलाफ 11 सबूत हैं। सीबीआई ने दावा किया है कि इतने सबूत हैं कि पूर्व सिविक पुलिस वालंटियर संजय राय को असली आरोपी कहना गलत नहीं होगा।
- सीसीटीवी से पता चला है कि आरोपी नौ अगस्त को तड़के भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी बिल्डिंग के चौथे तले पर गया था। वहीं स्थित सेमिनार हाॅल से चिकित्सक की लाश मिली थी।
- आरोपी के मोबाइल लोकेशन से सबूत मिले, जो आठ अगस्त की रात भी आरजी कर परिसर में था।
- पीड़िता के नाखूनों से मिले खून और त्वचा के निशान आरोपी के डीएनए से ‘मैच’ कर चुके हैं।
- आरोपी के पैंट व जूते से मृतका के खून के धब्बे मिले हैं।
- घटनास्थल पर मिले छोटे-छोटे बाल आरोपी के बालों से मेल खाते हैं।
- घटनास्थल से मिले ब्लूटूथ ईयरफोन आरोपी से जब्त फोन से जुड़ा था। आरोपी घटनास्थल की ओर गया था, तो उसके गले में ब्लूटूथ ईयरफोन था, पर लौटते वक्त नहीं।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट व शव की जांच से पता चला कि मृतका के शरीर पर मिले चोट के निशान मेडिकल जांच से 24 से 48 घंटे पहले के थे। यह चोट आठ की मध्यरात्रि से नौ अगस्त तड़के के बीच की थी। दुष्कर्म व हत्या की घटना भी तभी हुई थी।
- आरोपी के शरीर पर मिले निशान पीड़िता के विरोध करने के कारण बने थे।
- जांच में ऐसा सबूत नहीं मिला कि आरोपी संभोग में असमर्थ था।
- सीएफएसएल रिपोर्ट के मुताबिक, मृतका के अंडरगार्मेंट की सिलाई जैसे फटी थी, उससे पता चलता है कि उसे जबरन खोला गया था। पीड़िता की कुर्ती कमर के पास दोनों किनारे फटी हुई थी। सीबीआइ ने आरोप पत्र में कहा कि जांच में यह पता चला है कि मौके से बरामद वीर्य और लार, गिरफ्तार सिविक वालंटियर का ही था।