स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: नवान्न के नए दिशानिर्देशों के कारण आवास को लेकर व्यापक विरोध हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से आवास योजना की सूची से बाहर हुए नामों को लेकर जिलों में अशांति का माहौल है। सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूची की दोबारा जांच करने का निर्देश दिया गया है, ताकि कोई पात्र व्यक्ति छूट न जाए।
हुगली के गोघाट में तृणमूल पंचायत समिति पर भाई-भतीजावाद के आरोप लगे हैं। खुद तृणमूल के एक पंचायत सदस्य ने आरोप लगाया कि सूची में विसंगतियां हैं और कई पात्र व्यक्ति छूट गए हैं। इस स्थिति में ग्रामीणों ने ब्लॉक नंबर 2 कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया, जहां पंचायत सदस्य भी मौजूद थे।
इसी तरह की शिकायतें बीरभूम के रामपुरहाट में भी सामने आईं, जहां स्थानीय निवासियों ने आवास योजनाओं की सूची में विसंगतियों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका दावा है, वास्तविक लाभार्थियों को छोड़ दिया गया है और अवांछित नाम सूची में शामिल किए गए हैं।
तृणमूल नेता रुक्सत परवीन ने कहा कि सर्वेक्षण के दौरान कई लोग अपने घर गए और शिकायत की कि उन्हें ट्रिपल या आवास क्यों नहीं मिल रहा है। इस दौरान पंचायत सदस्य शेख बसीर अली ने कहा कि यदि गरीब लोगों को ट्रिपल दिया जाए तो इससे उन्हें फायदा होगा, लेकिन पक्षपात के कारण वास्तविक लाभुक वंचित हो रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन से जनता की अपेक्षा है कि वह त्वरित कार्रवाई करते हुए वास्तविक लाभार्थियों के नाम सूची में शामिल करे। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि उनकी मांगों और शिकायतों को नजरअंदाज न किया जाए।