एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : महँगा ईंधन पानी में मिलकर तैरता है, कालीघाट में तेल की गंध हवा में है। कालीघाट में ज़मीन के नीचे कैसा पेट्रोल! इस घटना पर इलाके में काफी शोर मचा है।
क्या जमीन के नीचे खदान मिली है? नहीं।
दरअसल वहां पहले से ही एक पुराना पेट्रोल पंप था, इसका बैरल भूमिगत रह गया। वह ईंधन किसी तरह जमीन से उबलकर ऊपर आ गया है। मंगलवार की सुबह हाजरा मोड़ स्थित उस खाली जमीन के नीचे से तेल मिश्रित पानी निकालने का काम किया गया। कलकत्ता नगर पालिका ने कहा कि एचपीसीएल ने तेल ले लिया है। नंबर 136 हाजरा रोड। जतिन दास पार्क के ठीक बगल में एक खाली जमीन है। आज सुबह 200 लीटर के पांच ड्रम पानी मिश्रित पेट्रोल और कीचड़ वहां से हटाए गए। घटना स्थल के बगल में राजेश्वर दासगुप्ता रोड है। यहां कई दुकानें, आवासीय मकान हैं। नतीजा यह हुआ कि ज्वलनशील तेल निकलने से इलाके में हड़कंप मच गया।
इधर जानकारी के मुताबिक एचपीसीएल के एक अधिकारी ने कहा कि नीचे दो बैरल हैं। एक 9000 लीटर और दूसरा 4500 लीटर। 9 हजार बैरल का रिसाव में करीब एक हजार लीटर तेल और पानी मिल गया है। अनुमान है कि इसमें लगभग 45 प्रतिशत तेल है, बाकी पानी है। दूसरे बैरल में तेल नहीं है, बस पानी है। अगले कुछ दिनों में दो बैरल उठाए जाएंगे।