स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: फिलहाल बाजार में सब्जियों और अनाज की कीमत में बढ़ोतरी से आम लोगों की जेब पर दबाव बढ़ रहा है। प्याज की कीमत अब 80 टका प्रति किलोग्राम है, जो कुछ स्थानों पर 90 टका से भी अधिक है। बाजार की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से मध्यम वर्ग के दैनिक जीवन पर दबाव पड़ रहा है।
हालांकि राज्य सरकार की टास्क फोर्स की नियमित छापेमारी के कारण कुछ समय के लिए सब्जियों की कीमतों में गिरावट आई थी, लेकिन अब फिर से कीमतें बढ़ रही हैं। उत्तर से लेकर दक्षिण कोलकाता तक के बाजारों में सब्जियों, अनाज, मछली और मांस की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो रही है। डीवीसी का पानी छोड़े जाने से दक्षिण बंगाल के कई जिले जलमग्न हो गए हैं, हावड़ा, हुगली और दो मिदनापुर इलाकों में कृषि भूमि डूब गई है।
इसके परिणामस्वरूप सब्जी बाजार में अस्थिरता आ गई और कुछ बेईमान व्यापारियों ने मौके का फायदा उठाकर कृत्रिम रूप से कीमतें बढ़ा दीं। मध्यवर्गीय परिवारों को कच्ची सब्जियाँ और दालें खरीदने में राहत मिलती है। इस स्थिति से निपटने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी पहले ही कई जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक कर मूल्य नियंत्रण टास्क फोर्स को और अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दे चुके हैं।
विक्रेताओं का दावा है कि आपूर्ति कम होने के कारण सब्जियों और फलों की कीमतें 20-30 टका प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई हैं। दुर्गा पूजा के दौरान यह कीमत बढ़ने की उम्मीद है। हावड़ा के उदयनारायणपुर, अमता और हुगली के धानेखली, पुरशुरा और आरामबाग में कृषि भूमि में पानी भर गया, जिसके परिणामस्वरूप कई स्थानों पर खेतों की फसल बर्बाद हो गई। ऐसे में किसानों के लिए आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है और अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाया तो स्थिति जटिल हो सकती है।