स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पूर्व बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने ट्वीट किया, 'शासक का शासन, कानून का शासन नहीं? स्तब्ध! पश्चिम बंगाल पुलिस ने लवली मैत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को तृणमूल विधायक ने बेहद खराब भाषा में कसाई कहा। इस फैसले से व्यापक आक्रोश फैल गया, खासकर इसलिए क्योंकि लवली मैत्रा पश्चिम बंगाल कैडर के एक प्रमुख अधिकारी आईपीएस सौम्या रॉय की पत्नी हैं। उस प्यारे गठबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की अनिच्छा पश्चिम बंगाल में कानून की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाती है। क्या राजनीतिक मिलीभगत के कारण न्याय से समझौता किया जा रहा है? यह भावना बढ़ती जा रही है कि बंगाल में शासक का शासन कानून के शासन पर भारी पड़ता है।
तृणमूल पर बीजेपी का हमला तेज होता जा रहा है। आरजी कर घोटाले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर काफी दबाव बना रखा है। दूसरी ओर, आरजी टैक्स मुद्दे पर राज्य की जनता सड़कों पर उतर आई है। लवली मैत्रा की विवादित टिप्पणियों के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में एंटी रेप बिल पास हो गया। हालांकि, विधानसभा में मुख्यमंत्री की टिप्पणी को लेकर नई आलोचना खड़ी हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को रात्रिकालीन शिफ्ट कम देने का प्रयास किया जायेगा। इस टिप्पणी के कारण मुख्यमंत्री को एक बार फिर आलोचना का शिकार होना पड़ा है। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री लड़कियों के बुनियादी अधिकार छीनने की कोशिश कर रहे हैं।
Rule of the Ruler, Not Rule of Law?
— Locket Chatterjee (@me_locket) September 3, 2024
shocking
the West Bengal Police have refused to file an FIR against Lovely Maitra, the TMC MLA who infamously referred to protesting doctors as "butchers." This decision has sparked widespread outrage, especially given that Maitra is the wife… pic.twitter.com/YKAU8Ks6rq