स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में कई सारे देवता और देवियाँ है। जिनकी पूजा उचित मुहूर्त (appropriate time) के अनुसार की जाती है। आज हम जिस देवी की पूजा के बारे में बात करेंगे। उनसे और उनके क्रोध के सभी लोग भली – भांति परिचित है। आज हम काली पूजा (Kali Puja) 2023 के बारे में बात करेंगे। हम आपको माता काली की सामान्य पूजा के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री के बारे में बतायेंगे। काली माता के पूजन में काम आने वाली सामग्री निम्न है – पहला काली माता की तस्वीर, लाल फुल, बताशा, हलवा, पुड़ी,अगरबत्ती या धूपबत्ती, सिंदूर, नारियल, लौंग, सुपारी, दीपक, चावल, गंगाजल, अक्षत, फल और मीठा पान इत्यादि।
पूजन विधि- काली माता की पूजा करने से पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके साफ़ – सुथरे वस्त्र धारण करने चाहिए। अब पूजा वाले स्थान पर काली माता की मूर्ति या उनकी तस्वीर को स्थापित करें और उनके सामने घी का एक दीपक जलाएं। काली माता को गुडहल का फुल काफी अधिक पसंद है। इसलिए पूजा के समय काली माता को गुडहल का फुल अवश्य चढ़ाना चाहिए। तथा “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” इस मंत्र का 108 बार जप करें। इससे आपको काली माता का आशीर्वाद प्राप्त होगा।